-अशोक पाण्डेय
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मनुष्य जीवन में याद रखने की शक्ति बाल्यकाल से संस्कार में मिलती है। इसीलिए बच्चे अपनी पाठ्य पुस्तक की कविताएं और भाषण आदि अच्छी तरह से याद कर लेते हैं लेकिन जैसे- जैसे वे बड़े होते जाते हैं , उनकी स्मरण शक्ति कमजोर होती जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध और शनि ग्रह हमारी स्मरण शक्ति को सबसे अधिक प्रभावित करते हैं। मेरा यह मानना है कि हम अतीत के फिजूल अनुभवों को जबतक भूलेंगे नहीं तबतक हम अपनी स्मरण शक्ति को बढ़ा ही नहीं सकते हैं।
-अशोक पाण्डेय
