भुवनेश्वर, 31.05.2025: नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (नालको) ने कल भुवनेश्वर में स्मार्ट माइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग पर एक सम्मेलन का आयोजन किया, जिसका विषय था “स्मार्ट एल्यूमिनियम: उद्योग 4.0 के माध्यम से परिचालन उत्कृष्टता को बढ़ावा देना।” इस कार्यक्रम में उद्योग, शिक्षा और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों के प्रमुख हितधारक एक साथ आए ताकि यह पता लगाया जा सके कि डिजिटल नवाचार किस तरह से विनिर्माण और औद्योगिक परिचालन को नया आकार दे रहा है। सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए, नालको के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने दक्षता और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देने के लिए उद्योग 4.0 प्रौद्योगिकियों को अपनाने के महत्व पर जोर दिया। श्री सिंह ने आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने में स्टार्टअप्स के लिए समर्थन और ‘मेक इन इंडिया’ पहल जैसी प्रगतिशील सरकारी नीतियों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में भारत मजबूत निवेश और बुनियादी ढांचे की वृद्धि देख रहा है।आरंभ में, निदेशक (परियोजन व तकनीकी) श्री जगदीश अरोड़ा ने स्वागत भाषण देते हुए उद्योग 4.0को स्वचालन, एआई और आईओटी में प्रगति द्वारा संचालित एक क्रांति के रूप में वर्णित किया, जो विनिर्माण और औद्योगिक संचालन में परिवर्तनकारी मूल्य सृजन को सक्षम बनाता है। वेदांता एल्यूमिनियम लिमिटेड के सीईओ श्री राजीव कुमार ने विशिष्ट अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाई, जबकि टाटा स्टील के बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन और डिजिटल सॉल्यूशंस के प्रमुख श्री सरजीत झा मुख्य वक्ता के रूप में वर्चुअल रूप से सत्र में शामिल हुए और अपना संबोधन ऑनलाइन दिया। इस अवसर परनालको के निदेशक (उत्पादन) श्री पंकज कुमार शर्मा और निदेशक (मानव संसाधन) डॉ. तापस कुमार पट्टनायक भी उपस्थित थे और कार्यक्रम दौरान बहुमूल्य जानकारी साझा की। सेल, टाटा स्टील, वेदांता, डेलोइट इंडिया, ईवाई-पार्थेनन और मैकिन्से एंड कंपनी के उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में विशिष्ट वक्ताओं के रूप में भाग लिया और उद्योग 4.0 परिदृश्य में उभरते रुझानों और रणनीतियों पर चर्चा में योगदान दिया। इस सम्मेलन में विचारों का आदान-प्रदान करने, उभरती हुई तकनीकों को प्रदर्शित करने और उद्योग 4.0 को अपनाने में तेजी लाने के लिए रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए एक सहयोगी मंच प्रदान किया गया, जिसमें एआई और डेटा एनालिटिक्स पर तकनीकी सत्र और पैनल चर्चाएँ शामिल थीं। सम्मेलन में टेक्नोक्रेट, शोधकर्ता, नीति निर्माता और धातु क्षेत्र और संबद्ध उद्योगों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और तकनीकी जानकारी साझा की।
नालको द्वारा स्मार्ट माइनिंग कांफ्रेंस डिजीटल नवाचार पर जोर
