-अशोक पाण्डेय
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एक तरफ प्रकृति के प्रत्यक्ष देव भगवान सूर्यदेव की प्रथम किरण कलियुग के पूर्ण दारु ब्रह्म पुरुषोत्तम भगवान जगन्नाथ के स्नान यात्रा/जल यात्रा के दर्शन के लिए प्रतीक्षारत हैं ठीक उसी प्रकार श्री जगन्नाथ धाम पुरी के बड़दण्ड पर लगभग पांच लाख श्रद्धालु भक्त प्रतीक्षा कर रहा है। आइए,जल प्रिय भगवान जगन्नाथ का आवाहन उनके जन्मदिन और उनके महास्नान के उपरांत गजानन वेश दर्शन के लिए कर रहा है।
जय हो गजानन वेश धारी भगवान जगन्नाथ की!
-अशोक पाण्डेय