कल आषाढ़ शुक्ल द्वितीया तिथि है। इसी सिद्धिदात्री तिथि को ओड़िशा की सांस्कृतिक नगरी पुरी धाम के श्रीमंदिर की ओर से अनुष्ठित किया जाएगा भगवान जगन्नाथ जी की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा। यह रथयात्रा एक तरफ ओड़िशा के गांव गांव में तथा सम्पूर्ण भारतवर्ष के साथ-साथ पूरे विश्व के लगभग अट्ठारह सौ जगन्नाथ मंदिरों में अनुष्ठित होगी।यह रथयात्रा भगवान जगन्नाथ के स्वयं में भक्त -भगवान महामिलन का महोत्सव है।यह विश्व का सबसे बड़ा सांस्कृतिक महोत्सव है। यह रथयात्रा रथारूढ़ भगवान के दर्शन का पतित पावन महोत्सव है जो धर्म, भक्ति और दर्शन की त्रिवेणी है। आइए, संकल्पित भाव से आज आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा के दिन भगवान जगन्नाथ के नेत्रोत्सव व नवयौवन दर्शन करें और उनसे विश्व शांति की प्रार्थना करें!
-अशोक पाण्डेय
कल आषाढ़ शुक्ल द्वितीया तिथि है
