मनुष्य का भक्त जीवन चुनौतियों, संघर्षों और आलोचनाओं से परिपूर्ण जीवन है. ऐसे में, इस सावन में मृत्युंजय भगवान की विधिवत पूजा- अर्चना करें! भगवान नीलकण्ठ का व्यक्तिगत जीवन भी संघर्षशील जीवन रहा है फिर भी दुनिया को उन्होंने सबकुछ प्रदान किया है. इस वर्ष का सावन मात्र 29 दिनों का है जिसमें भगवान लोकनाथ को सभी प्रकार का अभिषेक आज शिवरात्रि के दिन अवश्य करें!
जय जगन्नाथ!