भुवनेश्वर, 31 अक्टूबर: केआईआईटी-डीयू ने फिडे (Fédération Internationale des Échecs) और ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (AICF) के साथ गोवा में एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत जनवरी 2026 में इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन सोशल एंड एजुकेशनल चेस का आयोजन किया जाएगा।
यह सहयोग केआईआईटी, कीस (KISS) और ओडिशा के लिए गर्व का क्षण है। यह वैश्विक खेल संस्थाओं के इन संस्थानों पर बढ़ते विश्वास और शिक्षा के माध्यम से खेल को सशक्त बनाने की उनकी सोच को दर्शाता है। कीट और कीस ने हमेशा खेल भावना, अनुशासन और उत्कृष्टता को शिक्षा के साथ जोड़कर बढ़ावा दिया है।
वर्षों से केआईआईटी ने कई अंतरराष्ट्रीय खेल संगठनों — जैसे एफआईवीबी (वॉलीबॉल), फीफा (फुटबॉल) और कई राष्ट्रीय महासंघों — के साथ साझेदारी की है ताकि खेल शिक्षा और प्रशिक्षण में वैश्विक मानकों को स्थापित किया जा सके। अब विश्व की सर्वोच्च शतरंज संस्था फिडे के साथ यह साझेदारी इस यात्रा में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ती है।
कीट और कीस के संस्थापक डॉ. अच्युत सामंत ने कहा, “हमें फिडे के अध्यक्ष श्री अर्काडी द्वोरकोविच, ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद जी, एआईसीईएफ के अध्यक्ष श्री नितिन नारंग जी और अन्य सभी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दिखाए गए विश्वास से गहरा सम्मान महसूस हो रहा है। शिक्षा, खेल और सामाजिक परिवर्तन को एक साथ लाने के हमारे विज़न की सराहना हमारे लिए बहुत मायने रखती है।”
उन्होंने फिडे और एआईसीईएफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह साझेदारी शतरंज को शिक्षा, समावेशन और सशक्तिकरण के एक प्रभावी माध्यम के रूप में बढ़ावा देगी और भारत को वैश्विक शतरंज आंदोलन में अग्रणी बनाएगी।
संस्थापक ने ओडिशा चेस एसोसिएशन का भी धन्यवाद किया जिन्होंने शतरंज को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में कीट और कीस का निरंतर सहयोग किया है।









