07अप्रैल को कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रोफेसर अच्युत सामंत ने मुख्यमंत्री सचिवालय जाकर अपनी अंग्रेजी पुस्तक -नीलिमारानीःमाई मदर,माई हीरो ओडिशा के मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक को श्रद्धासुमन स्वरुप भेंट की जो अपनी मां के साथ-साथ विश्व की सभी माताओं को वह पुस्तक समर्पित है। मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए पुस्तक को सहर्ष स्वीकार किया जिसमें प्रोफेसर अच्युत सामंत ने पुस्तक लेखन तथा प्रकाशन के पीछे की प्रेरणा को स्पष्ट किया है। संतान चाहे अमीर हो अथवा गरीब,प्रत्येक संतान के जीवन में उसकी अपनी मां का विशेष महत्त्व होता है।पुस्तक में नारीजाति की गौरव के रुप में तथा नारी सशक्तिकरण को नया आयाम देनेवाली महिला के रुप में नीलिमारानी सामंत को बताया गया है। जब मात्र 40 वर्ष की थी नीलिमारानी सामंत तभी उनके पति अनादिचरण सामंत का एक रेलदुर्घटना में असामयिक निधन हो गया। जब प्रोफेसर अच्युत सामंत 1992-93 में कीट-कीस की स्थापना की नींव भुवनेश्वर में डाले और भगवान जगन्नाथ की असीम कृपा से जब निर्माण कार्य बडी तेजी के साथ आरंभ हुआ उस वक्त भी नीलिमारानी सामंत पैतृक गांव कलराबंक को भी स्मार्ट विलेज के रुप में विकसित करने की बात प्रोफेसर सामंत से की। उनकी मां नीलिमारानी सामंत के अनुसार कलराबंक गांव की उनकी झोपडी की मरम्मत तथा उनके परिवार की खुशी के लिए पैसे-संग्रह करने की जगह कलराबंक गांव के सर्वांगीण विकास के लिए पैसे लगाना उचित होगा। नीलिमारानी सामंत के अनुसार हम जो कुछ भी कमायें उसका इस्तेमाल हमें अपनी मातृभूमि की सेवा में ही लगाना चाहिए।सच कहा जाय तो नीलिमारानीःमाई मदर,माई हीरो-एक नारी-जाति के गौरव तथा सम्मान पर आधारित अंग्रेजी पुस्तक है जो मुख्यमंत्री को भी पसंद आएगी क्योंकि ओडिशा के मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक अपनी लोककल्याणकारी सरकार के माध्यम से लगभग चार दशकों से भी अधिक साय से नारीसशक्तिकरण को व्यावहारिक रुप में चरितार्थ कर रहे हैं।
अशोक पाण्डेय