भुवनेश्वरः31अगस्तःअशोक पाण्डेयः
30अगस्त को मध्यरात्रि में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी थी लेकिन भुवनेश्वर में स्कूली बच्चों,देवालयों तथा घर-घर में जन्माष्टमी की धूम पूरे दिनभर देखने को मिली।श्री श्याममंदिर झारपाडा के मुख्य पुजारी श्री प्रकाश चन्द्र शास्त्री के अनुसार कोरोना संक्रमण के बावजूद भी बाबा का फूलों का दिव्य श्रृंगार हुआ। खाटुनरेश व्रतधारी भक्तगण आते रहे तथा बाबा के दर्शन करते रहे। रात के 12.00 बजे बाबा की विधिवत पूजा-अर्चना तथा आरती हुई । प्रसाद के रुप में मेवा-मिश्री तथा फल आदि का भोग उन्हें लगाया गया। वहीं यूनिट-3 राममंदिर के श्याममंदिर में सिर्फ पूजकों ने जन्माष्टमी मनाई। स्थानीय नयापली ओमनिवास पर डालमिया-परिवार दिनभर जन्माष्टमी अखण्ड व्रतकर किये तथा रात्रि 12.00 बालक श्रीकृष्ण को एक-एककर सभी सदस्यों ने उन्हें झूले में झुलाया। उनको प्रसाद निवेदितकर तथा प्रसाद सेवनकर व्रत तोडे। भुवनेश्वर में घर-घर में छोटे-छोटे बच्चे-बच्चियों ने राधा-कृष्ण की पोशाक पहनकर अनोखे आनन्द का अनुभव किया और अपने माता-पिता को आनंदित किया। राधा-कृष्ण के रुप में बच्चों को देखकर ऐसा महसूस किया गया कि सचमुच बच्चों में ही श्रीकृष्ण और राधारानी बसते हैं।
अशोक पाण्डेय
भुवनेश्वर में जन्माष्टमी की धूम
