अशोक पाण्डेय
यह सच है कि आज भारत विश्व का सबसे बडा युवा देश है क्योंकि भारत के लोग युवा विचारोंवाले हैं,भारत का मन युवा है,भारत का साम्यर्थ युवा है,भारत के सपने युवा हैं,भारत का भावी चिंतनधारा युवा है,भारत की सोच ऊंची है,भारत की कार्यसंस्कृति युवा है,विकसित भारत की दूरदर्शिता युवा है और सबसे बडी बात यह कि भारत की अपनी चेतना भी युवा है। एक समय था जब भारत को सोने की चिडिया कहा जाता था।जहां डाल-डाल के पात-पात पर चिडिया करती बसेरा,वह भारत देश है मेरा का –गगनभेदी स्वर कभी सुनाई देता था. उसी भारत को कालचक्र ने लगभग 200 वर्षों तक गुलाम बना दिया।भारत ने राष्ट्रपिता बापू के सत्य,अहिंसा तथा त्याग को अपनाकर तथा देश के अमर शहीदों ने अपनी शहादत देकर भारत को आजाद कराया। भारत ने अपना विश्व का सबसे बडा लिखित संविधान बनाया जिसे आजाद भारत ने 26जनवरी,1950 को अपनी गणतंत्र दिवस के दिन उसे लागू किया।आज वहीं भारत अपनी स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव वर्ष मना रहा है।भारत की सिंधु घाटी सभ्यता यूनिस्को विश्व धरोहर में शामिल हो चुकी है। आज वंदे भारत ट्रेनें भारत के कुल 24 राज्यों में कुल लगभग 11,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर रही हैं।अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना के तहत देश के कुल लगभग 508 रेलवे स्टेशनों को मॉडर्न तथा पूर्णतः विकसित रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है। भारत का योग दुनियाभर के कुल लगभग 135 देशों के लाखों लोगों को आपस में जोड रहा है जो भारत की शक्ति, सद्भाव,मैत्री तथा विश्व शांति का पैगाम है।भारत के स्वर्गींय राष्ट्रपति डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम कहते थे कि सपने वो नहीं होते हैं जो नींद में देखे जाते हैं,सपने वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते हैं। कल्पना करो, नवीन कल्पना करो-वाली बात भी देश के युवाओं के लिए विकसित भारत बनाने के संदेश के रुप में कही जाती है। सकारात्मक सोचवाले भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी कहते हैं कि भारत आज शिक्षा के क्षेत्र में भी एक ग्लोबल हब बनने की ओर अग्रसर है। उल्लेखनीय है कि विकसित भारत के सपने को साकार करने में तन,मन और विभिन्न कौशलों के माध्यम से जुटे हैं देश के कुल लगभग 60 करोड युवा जिनकी औसत उम्र लगभग 29 वर्ष है।आज की तारीख में भारत में कुल लगभग 15 लाख स्कूल भारत में हैं,लगभग 95लाख शिक्षक भारत में हैं तथा लगभग 27करोड छात्र-छात्राएं भारत में हैं।देश में आईआईटी,एम्स,मेडिकल कॉलेज,आईआईएम की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।आज भारत में कुल लगभग 15 हजार आईआईटी हैं।विभिन्न कौशलों को लागूकर भारत और अधिक समृद्ध हो रहा है।अबतक कुल लगभग 6करोड युवाओं को विभिन्न कौशलों का प्रशिक्षण प्राप्त है।पिछले लगभग 9 वर्षों में खेल का एक नया युग आरंभ हो चुका है।इससे भारत विश्व में एक बडी खेल शक्ति बन चुका है। साथ ही साथ इस खेल के माध्यम से भारतीय समाज में सशक्तिकरण भी आ रही है। खेल के प्रति लोगों की सोच बदल रही है।सबसे बडी बात यह है कि वहीं खेलो इण्डिया के द्वारा खेल इकोसिस्टम को सुदृढ किया जा रहा है। भारत संसार का सबसे बडा युवा देश बन चुका है जहां के युवाओं की औसतन उम्र लगभग 29 वर्ष है।भारत की कुल आबादी का लगभग 35 फीसदी आबादी लगभग 35 वर्ष से कम उम्र की है। भारत की लगभग 50 प्रतिशत आबादी लगभग 25 वर्ष से कम उम्रवाले युवाओं की है।इसीलिए भारत के भावी भविष्य के विषय में यह सच ही कहा गया है कि-भारत आज डिजिटल क्रांति का नेतृत्व कर रहा है।कौशल विकास से भारत में महिला सशक्तिरण को भी निश्चित रुप से बढावा मिल रहा है।भारत की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीतिः2020 के माध्यम से एक तरफ औपचारिक शिक्षा को जीवनोपयोगी बनाया जा रहा है वहीं देश के लगभग 90 से भी अधिक विश्वविद्यालयों में एनसीसी को इलेक्टिव सब्जेक्ट के रुप में लागू किया जा चुका है।माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मूल आधार शिक्षा को संकुचित सोच के दायरों से बाहर निकालना तथा उसे 21वीं सदी के आधुनिक विचारों से जोडना है।आज देश की युवा शक्ति को इसे अच्छी तरह समझना होगा,अपनाना होगा तभी भारत विकासशील से विकसित बन सकेगा।सेनाओं में महिलाओं की भागीदारी को बढाने के लिए भारत सरकार की ओर से अधिक से अधिक सैनिक स्कूल खोले जा रहे हैं जिनमें सत्रः2020-21 से कुल रिक्तियों के 10 प्रतिशत सीटें बालिकाओं के लिए कक्षा 6 में नामांकन हेतु सुरक्षित कर दिए गए हैं। सभी जानते हैं कि आज भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है।भारत के रिफार्म,परफार्म तथा ट्रांसफार्म के द्वारा देश में इन्वेस्टमेंट के लिए सपोर्टिव माहौल तैयार हो रहा है।भारत की स्टार्टअप क्रांति आज भारत को विकसित भारत बनाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहचान बन चुकी है।आज भारत के गांवों को जन शिक्षण संस्थानों के माध्यम से सशक्त किया जा रहा है।देश की युवा शक्ति को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।गौरतलब है कि पिछले 9 सालों में भारत सरकार ने कुल लगभग 9 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां मिल चुकी हैं।यही नहीं,आज भारत डिजिटल क्रांति का नेतृत्व कर रहा है।कृषि के क्षेत्र में भारत की जी-20 संबंधी प्राथमिकताएं एक पृथ्वी,एक परिवार के माध्यम से विश्व सद्भाव को बढावा दे रही है।पर्यटन के क्षेत्र में भारत का दृष्टिकोण अतिथिदेवो भवः का है जिसको और अधिक समृद्ध किया जा रहा है।भारत को विकासशील से विकसित बनाने की दिशा में महिला सशक्तिकरण तथा हरितक्रांति को बढावा दिया जा रहा है।2046 तक भारत को एक विकसित भारत के रुप में पूरी तरह से तैयार करने का लक्ष्य भारत सरकार की है जिसे भारत के लगभग 60 करोड युवा ही पूरा कर सकते हैं। इसके लिए उनको सबसे पहले अपनी सोच सकारात्मक बनानी होगी। पढ-लिखकर उन्हें भारत का एक जिम्मेदार नागरिक बनना होगा। उन्हें अपने अधिकारों की जगह अपने कर्तव्यों का विशेष खयाल रखना होगा। अपनी युवा शक्ति को उन्हें अपने देशहित तथा राष्ट्रहित में लगाना होगा।अपने देश तथा राष्ट्र के शक्तिबोध तथा सौंदर्यबोध को ठीक से समझना होगा तथा उनकी हर कीमत पर रक्षा करनी होगी। इतिहास गवाह है कि जब कभी भी विश्व में कोई सकारात्मक परिवर्तन हुआ है तो सिर्फ युवावर्ग के द्वारा ही हुआ है।इसीलिए भारत के युवा संत स्वामी विवेकानंद जी कहते हैं कि उठो,जागो और तबतक नहीं रुको जबतक लक्ष्य प्राप्त न हो जाय।इसलिए भारत के भावी कर्णधार युवापीढी को विरासत में भारत सरकार,अपने मां-बाप,अपने परिवार-समाज,प्रदेश,देश तथा राष्ट्र भारत से सबकुछ मिला है। अब सम्पूर्ण भारत को देखना शेष रह गया है कि आज के नकारात्मक सोच-विचार की दुनिया में तथा पाश्चात्य सभ्यता तथा संस्कृति के प्रभाव के युग में भारत के कुल लगभग 60 करोड युवा किस प्रकार भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में सहयोग करते हैं।
अशोक पाण्डेय
