संपादक अशोक पांडे आलोक पुरुष. इन
1 मार्च को सुबह भुवनेश्वर से पुरी जाकर प्रोफेसर अच्युत सामंत ने श्री जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ के दर्शन किए। गौरतलब है कि प्रति माह के प्रथम दिवस पर कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद भुवनेश्वर से पुरी जाकर श्री मंदिर में भगवान जगन्नाथ के दर्शन करते हैं और उनसे परोपकार ,जनसेवा और लोक सेवा का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। पिछले लगभग 30 वर्षों से प्रोफेसर अच्युत सामंत प्रत्येक महीने की 1 तारीख को सुबह में जगन्नाथपुरी जाकर श्री मंदिर में भगवान जगन्नाथ के दर्शन करते आ रहे हैं और उनके दिव्य आशीर्वाद से अपने विदेह जीवन को लोक सेवा में समर्पित करते रहे हैं । 1992- 93 में प्रोफेसर अच्युत सामंत ने मात्र ₹5000 की लागत से अपनी अद्वितीय शैक्षिक संस्थाएं कीट और कीस का निर्माण किया जो आज डीम्ड विश्वविद्यालय बन चुकी है।एक तरफ कलिंग इंस्टीट्यूट आफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी, कीट में जहां लगभग 30,000 से भी अधिक युवा तकनीकी और उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं वहीं कलिंगा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंसेज कीस में लगभग 30000 से भी अधिक आदिवासी बच्चे समस्त अत्याधुनिक आवासीय सुविधाओं का उपभोग करते हुए केजी कक्षा से लेकर पीजी कक्षा तक निशुल्क पठन-पठन करते हैं और अपने व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करते हैं ।आज सुबह पुरी श्री मंदिर भगवान जगन्नाथ के दर्शन के उपरांत जब प्रोफ़ेसर अच्युत सामंत भुनेश्वर लौटे तो उन्होंने यह जानकारी दी कि भगवान जगन्नाथ के दर्शन मात्र से ही उनको जनसेवा और लोक सेवा की अलौकिक ऊर्जा और प्रेरणा मिली है ।