2024 में वे कंधमाल के पुन: सांसद बनकर अपने लोकसेवा के बचे सभी कार्यों को अवश्य पूरा करेंगे।
लेखक: अशोक पाण्डेय
ओड़शा की राजधानी भुवनेश्वर स्थित कीट-कीस के संस्थापक तथा 2019 से आदिवासी बाहुल्य कंधमाल के सांसद प्रो.अच्युत सामंत को ओड़िशा बीजू जनता दल ने उनकी नि:स्वार्थ लोकसेवा का आकलनकर तथा उनपर विश्वासकर उन्हें 2024 लोकसभा चुनाव के लिए अपने दल से पुन: उम्मीदवार बनाया है।यह जानकारी मिलते ही अच्युत सामंत ने ओड़िशा के माननीय मुख्यमंत्री तथा बीजू जनता दल सुप्रीमो नवीन पटनायक तथा 5टी संग नवीन ओड़शा के चेयरमैन कार्तिक पाण्डियन के प्रति अपना हार्दिक आभार जताया है।गौरतलब है कि पिछले लगभग पांच सालों में कंधमाल संसदीय क्षेत्र का सर्वांगीण विकास कृषि, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य तथा सेल्फहेल्प आदि क्षेत्रों में खूब हुआ है। सांसद अच्युत सामंत ने वहां के लगभग एक लाख युवाओं रोजगार दिया है। ओड़िशा में सबसे अच्छी किस्म की हल्दी उत्पादन करनेवाले कंधमाल में एमडीएच कंपनी के सौजन्य से हल्दी का प्लांट लगाया है। भुवनेश्वर स्थित अपने विश्व विख्यात कीस की नई शाखा खोली है। महिला सशक्तिकरण किया है। कंधमाल को चहुंमुखी विकास के साथ जोड़ दिया है।पर्यटन को विकसित किया है।कंधमाल की जनता के लिए पानी, बिजली, आवास आदि जैसी समस्त सुविधाएं ओड़िशा के माननीय मुख्यमंत्री नवीन पटनायक एवं 5 टी संग नवीन ओड़िशा के चेयरमैन कार्तिक पाण्डियन के अभूतपूर्व सहयोग से पूरा किया है। अच्युत सामंत ने बताया कि उनको अपने संसदीय क्षेत्र कंधमाल के लिए और भी बहुत कुछ करना है जिसके लिए पार्टी सुप्रीमो मुख्यमंत्री नवीन पटनायक तथा 5 टी संग नवीन ओड़िशा के चेयरमैन कार्तिक पाण्डियन ने उसपर विश्वासकर उन्हें लगातार दूसरी बार सांसद के नामांकित किया है उससे वे बहुत खुश हैं।यहां पर सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि भुवनेश्वर में प्रो.अच्युत सामंत ने 1992-93 में मात्र कुल पांच हजार की जमा पूंजी से कीट-कीस की स्थापना की थी आज वही कीट-कीस विश्वविख्यात दो डीम्ड विश्वविद्यालय बन चुके हैं।दोनों विश्वविद्यालयों में लगभग एक लाख युवा उत्कृष्ट शिक्षा पा रहे हैं।प्रो.अच्युत सामंत का कीट अगर एक कार्पोरेट है तो कीस उसका सामाजिक दायित्व है क्योंकि कीस विश्वविद्यालय विश्व का प्रथम आदिवासी आवासीय संस्थान जहां पर प्रतिवर्ष लगभग 40,000 आदिवासी बच्चे समस्त आवासीय सुविधाओं बिल्कुल फ्री उपभोगकर केजी कक्षा से लेकर पीजी कक्षा तक पढ़ते हैं तथा अपने व्यक्तित्व का सम्यक विकास करते हैं।गौरतलब है कि चार चार ओलंपियन तैयार करनेवाली भारत की एकमात्र शैक्षिक संस्थान कीट-कीस ही है जिनके संस्थापक प्रो.अच्युत सामंत हैं।वे आदिवासी समुदाय के जीवित मसीहा हैं। वे संतों के भी संत हैं क्योंकि उनका विदेह जीवन पूरी तरह से आध्यात्मिक जीवन है।
-अशोक पाण्डेय