Header Ad

Categories

  • No categories

Most Viewed

News

आईआईटी भुवनेश्वर में हिंदी कार्यशाला एवं हिंदी कवि सम्मेलन  का आयोजन

आईआईटी भुवनेश्वर में हिंदी कार्यशाला एवं हिंदी कवि सम्मेलन का आयोजन

भुवनेश्वर, 08 सितम्बर 2025: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भुवनेश्वर के राजभाषा प्रकोष्ठ, राजभाषा एकक द्वारा दिनांक 08 सितम्बर, 2025 को

मान्यवर! आज से पितृपक्ष शुरू हो रहा है

मान्यवर! आज से पितृपक्ष शुरू हो रहा है.(7-21सितंबर तक) जगत के नाथ से मेरी आपके लिए यही प्रार्थना है कि

आज अनंतचतुर्दशी है.

आज अनंतचतुर्दशी है. आज भगवान गणेश पृथ्वी लोक में दस दिवसीय गणेश महोत्सव मनाकर पुन: कैलास लोक जा रहे हैं.
आज शिक्षक दिवस है. सभी शिक्षकों को इसकी हार्दिक शुभ कामनाएं

आज शिक्षक दिवस है. सभी शिक्षकों को इसकी हार्दिक शुभ कामनाएं

आज शिक्षक दिवस है. सभी शिक्षकों को इसकी हार्दिक शुभ कामनाएं. आप एक आदर्श, चरित्रवान, व्यावहारिक, वंदनीय और अनुकरणीय शिक्षक
जन्मदिन विशेष आलेख

जन्मदिन विशेष आलेख

06सितंबरः श्री संजयजी लाठ अध्यक्ष मारवाड़ी सोसायटी,भुवनेश्वर मेरा जीवन अपने लिए नहीं है प्रत्युत मारवाड़ी समाज,भुवनेश्वर के हित के समर्पित

मान्यवर,आपके जीवन के सभी दुख और परेशनियां जगन्नाथ जी की बनाई हुई प्रयोगशाला है

मान्यवर,आपके जीवन के सभी दुख और परेशनियां जगन्नाथ जी की बनाई हुई प्रयोगशाला है जहां पर आपकी प्रतिभा, धीरज, कर्तव्य
नकारात्मकता के खिलाफ भारत संगठन ने मनाया अपना 11 वां स्थापना दिवस

नकारात्मकता के खिलाफ भारत संगठन ने मनाया अपना 11 वां स्थापना दिवस

भुवनेश्वर: 31अगस्त:अशोक पाण्डेय: संदेश:भारत को नकारात्मकता के खिलाफ एकजुट होना चाहिए. 31 अगस्त को स्थानीय स्वस्ति प्रीमियम होटल, जयदेवविहार में

लोकप्रिय कैसे बनें!

—————— प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में लोकप्रिय बनना चाहता है. आज की लोकप्रियता के संस्कृति के दौर में अगर आप
एआरएसएस इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड मुख्यालय में  एक दिवसीय नेत्रजांच परीक्षण आयोजित

एआरएसएस इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड मुख्यालय में एक दिवसीय नेत्रजांच परीक्षण आयोजित

भुवनेश्वरःपहली सितंबरःअशोक पाण्डेयः स्थानीय मंचेश्वर में एआरएसएस इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और नेत्र देखभाल सहयोगी

जानिए बापू के तीन बंदरों के संदेश को

महात्मा गांधीजी आजीवन सत्य, अहिंसा और त्याग के मार्ग पर चले. उन्होंने भारत को आजाद कराया. उनके तीन बन्दरों के

Forgot Password