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आईआईटी भुवनेश्वर में पैनआईआईटी वर्ल्ड ऑफ टेक्नोलॉजी (पीआईडब्ल्यूओटी)  सैटेलाइट सम्मेलन

आईआईटी भुवनेश्वर में पैनआईआईटी वर्ल्ड ऑफ टेक्नोलॉजी (पीआईडब्ल्यूओटी) सैटेलाइट सम्मेलन

विशेषज्ञों के विविध समूह ने उद्योग-अकादमिक सहयोग पर चर्चा की भुवनेश्वर, 23 जनवरी 2025: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भुवनेश्वर ने

“अपनी-अपनी सोच”

-अशोक पाण्डेय ——————- एक गांव में दो मित्र रहते थे। वे दोनों एक ही झोपड़ी में रहते थे। खेतों में

आज का अनुचिंतन “मनुष्य जीवन की सबसे बड़ी समस्या क्या है और उसका समाधान क्या है?”

-अशोक पाण्डेय —————— मनुष्य का जीवन एक ऐसा रहस्य है जिसको जानने और समझने के लिए कई जन्म लग सकते
कीट में तीन दिवसीय त्रिभाषी संगोष्ठी आयोजित

कीट में तीन दिवसीय त्रिभाषी संगोष्ठी आयोजित

ओड़िशा के मान्यवर राज्यपाल ने अपने संबोधन में कीट -कीस के संस्थापक प्रोफेसर अच्युत सामंत की तारीफ करते हुए साहित्य
खो -खो विश्व विजेता भारतीय दल को कीट -कीस के संस्थापक प्रो   अच्युत सामंत ने दी बधाई

खो -खो विश्व विजेता भारतीय दल को कीट -कीस के संस्थापक प्रो अच्युत सामंत ने दी बधाई

भुवनेश्वर, 20 जनवरी: कीस डीम्ड विश्वविद्यालय के तीन खिलाड़ियों: पबनी सबर, सुभाश्री सिंह और मगई माझी ने खो -खो के
“जानिए: अपने शरीर और मन के विषय में”

“जानिए: अपने शरीर और मन के विषय में”

-अशोक पाण्डेय 144 वर्षों के बाद प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर महाकुंभ लगा है जो आगामी 26 फरवरी तक चलेगा।

आज का विचार

“श्रृंगार और व्यवहार ” -अशोक पाण्डेय श्रृंगार हमेशा सुंदरता को बढ़ाता है। नारायण का श्रृंगार उनके हल्के पीले रंग के
आईआईटी भुवनेश्वर ने 'धर्म, इतिहास और पहचान: पवित्र शहरों की विरासत-  परिदृश्य का निर्माण' विषय पर चर्चा का आयोजन

आईआईटी भुवनेश्वर ने 'धर्म, इतिहास और पहचान: पवित्र शहरों की विरासत- परिदृश्य का निर्माण' विषय पर चर्चा का आयोजन

भुवनेश्वर, 18 जनवरी 2025: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भुवनेश्वर ने धर्म, इतिहास और पहचान: पवित्र शहरों की विरासत-परिदृश्य का निर्माण

“शिराज भोज”

-अशोक पाण्डेय ——————– “शिराज”का व्यावहारिक अर्थ है -आत्मीय, प्रेम के साथ, अपनत्व भाव से प्रदत्त भोजन। गौरतलब है कि पिछले

“हमारी व्यक्तिगत महाशक्तियां:मन, मस्तिष्क ,बुद्धि, विचार और इच्छाएं हैं।”

-अशोक पाण्डेय यह सच है कि प्रत्येक व्यक्ति की सोच व्यक्तिगत होती है। इसलिए वह जो सोचता है वही करता

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