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-अशोक पाण्डेय ——————– एक छोटी पहाड़ी थी। वहां पर शिवजी का एक मंदिर था। उस मंदिर के जो भी पुजारी
-अशोक पाण्डेय ——————– एक सज्जन हैं । वे जगन्नाथ भगवान और गरीबों से प्रेम करते हैं। वे दिन रात- अपनी
भुवनेश्वरः23 दिसंबरःअशोक पाण्डेयः 23 दिसंबर को अपने ही उन्मुक्त मंच पर अद्यंत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,भुवनेश्वर ने “डिवाइन कनेक्शन”गायत्री महायज्ञ नामक
2025 प्रतियोगिता के रजत वर्ष के उपलक्ष्य में अवार्ड राशि बढ़ाकर क्रमशः 10 लाख रुपये, 7 लाख रुपये और 5
-अशोक पाण्डेय ——————– यह सच है कि बुरी संगति का फल बुरा होता है और अच्छी संगति का फल अच्छा
भुवनेश्वर, 23 दिसंबर 2024: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भुवनेश्वर डिजाइन थिंकिंग एंड इनोवेशन पर एआईसीटीई अटल एफडीपी का आयोजन कर
भुवनेश्वरः22 दिसंबरःअशोक पाण्डेयः मिथिला सांस्कृतिक परिषद्,भुवनेश्वर के सौजन्य से प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी स्थानीय भंजकला मण्डप में सायंकाल
अबतक कुल 64 मानद डॉक्टरेट की डिग्री पानेवाले प्रथम शिक्षाविद् बने प्रोफेसर अच्युत सामंत भुवनेश्वर, 22 दिसंबर:अशोक पाण्डेयः ओड़िशा प्रदेश
मनुष्य जीवन और संतुष्टि जैसा सुख और आनंद और कुछ भी नहीं है। -अशोक पाण्डेय ——————- देवराज इन्द्र एक दिन
-अशोक पाण्डेय —————— एक किसान के चार बेटे थे। एक दिन किसान अपने चारों बेटों को बुलाया और कहा कि