भुवनेश्वर:30दिसंबर: अशोक पाण्डेय:
तेरापंथ जैन के महातपस्वी परम पावन आचार्य श्री महाश्रमणजी के शुशिष्य मुनिश्री जिनेश कुमार जी, मुनि परमानंदजी तथा मुनि कुनाल कुमार जी ठाण 3 केसिंगा चातुर्मास काल की सम्पन्नता के बाद आचार्य श्री की आज्ञानुसार भुवनेश्वर, कटक की तरफ पाद विहार कर रहे हैं। रास्ते में स्थानीय लोगों को धर्मोपदेश देते हुए सत पथ पर चलने की प्रेरणा दे रहे हैं। जैन मुनियों की बहुत कठिन दिनचर्या होती है। आत्म कल्याण के साथ जनसाधारण को कैसे दोष रहित सात्विक जीवन जी सके, उस मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। केसिंगा से नयागङ, पुरी कोणार्क होते हुए, मुनिश्री 2022 जनवरी 8 से 10 के बीच पाद विहार करते हुए भुवनेश्वर पधारने की सम्भावना है। भुवनेश्वर जैन तेरापंथ समाज मुनिश्री की रास्ते की सेवा में निरन्तर अपने आपको नियोजित कर रहें हैं। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा भुवनेश्वर के निर्देशानुसार स्थानीय तेरापंथ महिला मंडल, तेरापंथ युवक परिषद, कन्या मंडल, किशोर मंडल तथा तेरापंथ भवन समिति सम्पूर्ण रुप से समर्पित भाव से सेवा में लगे हुए हैं। दिनांक 28-12-2021 को मुनिश्री पुरी पधार गयें हैं। 29-12-2021 को प्रभु पार्श्वनाथ जंयती सरकारी नियमों का पालन करते हुए पुरी में कटक, भुवनेश्वर तथा स्थानीय जनता के बीच त्याग, तपस्या के साथ मनायी गयी है। मुनिश्री ने प्रभु जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश करके मंगल पाठ सुनाया तथा समुद्र भ्रमण के दौरान प्रवचन किया।पुरी की सारी व्यवस्था भवन समिति के अध्यक्ष श्री सुभाष भुरा तथा पुरी के श्री कैलास रांका ने बखुबी निभायी। भुवनेश्वर सभा अध्यक्ष श्री बच्छराज बेताला, महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती मधु गिङीया, तेरापंथ युवक परिषद भुवनेश्वर के अध्यक्ष श्री वीवेक बेताला, सभी संस्थाओं के पदाधिकारि तथा सम्पूर्ण तेरापंथ समाज भुवनेश्वर अपने दायित्व का निर्वहन कर रहा है।
-अशोक पाण्डेय