भुवनेश्वरः28जूनःअशोक पाण्डेयः
भुवनेश्वर वाणीक्षेत्रजगन्नाथ मंदिर की ओर से आयोजित महाप्रभु जगन्नाथ, बलभद्रजी और उनकी बहन सुभद्राजीकी बाहुडा 28 जून को पूरे विधि-विधान से साथ संपन्न हो गई।चतुर्धा देवविग्रहों की यह बाहुडा यात्रा अति भव्य तरीके से समाप्त हुई। आज सुबह वाणीक्षेत्र गुण्डीचा मंदिर में मंगल आरती, मैलम, ताड़प्लागी, रोश होम, अबकाश, सूर्य पूजा, रथ पूजा और पहडी जैसी नितिकांति के पूरा होने के बाद, कीट और कीस के संस्थापक प्रो.अच्युत सामंत ने दोपहर 3 बजे तीनों रथों पर छेरापहंरा किया। शाम 4 बजे भक्तों ने महाप्रभु बलभद्र, मां देवी सुभद्रा और जगन्नाथ जी का रथ खींचा। श्रीवाणी क्षेत्र की रथ यात्रा की एक विशेष विशेषता यह रही कि माता सुभद्रा का रथ सिर्फ महिलाओं ने खींचा। गुंडिचा मंदिर से श्रीवाणी क्षेत्र तक तीनों रथ खींचे गए। बाहुडा यात्रा में लगभग30,000 से अधिक श्रद्धालु भक्तों ने हिस्सा लिया।गौरतलब है कि 29 जून को चतुर्धा देवविग्रहों का रथ पर ही सोना वेष होगा।30जून को उनका अधरपणा होगा तथा पहली जुलाई को नीलाद्रिविजय कर महाप्रभु अपने रत्नवेदी पर पुनः विराजमान होंगे।
अशोक पाण्डेय