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उस देवेश को मेरा प्रणाम है जिनका सौम्य स्वरुप है ,उमादेवी जिनकी पत्नी हैं,जो अपने भक्तों पर कृपा करने के
भगवान शिवशंकर को बेलपत्र संग जलाभिषेक अर्पित करें उनका आशीर्वाद चार के रुप में करें: जैसे: ज्ञान का प्रचारक ऋग्वेद
विश्वामित्र जी ने श्रीराम से कहा कि श्रीराम के अंदर तो ज्ञान बहुत है लेकिन उनको अपनी शक्ति का अहसास
-अशोक पाण्डेय जिस अनाथ बालक को कभी दो शाम का भोजन नहीं मिलता था वही बालक आज अपने पुरुषार्थ,त्याग,लगन,सत्यनिष्ठा,सदाचार और
मनुष्य का भक्त जीवन चुनौतियों, संघर्षों और आलोचनाओं से परिपूर्ण जीवन है. ऐसे में, इस सावन में मृत्युंजय भगवान की
भुवनेश्वरः23 जुलाईःअशोक पाण्डेयः स्थानीय तेरापंथ भवन में दिन के 11.00 बजे बतौर मुख्य अतिथि पधारीं ओड़िशा विधान सभा की स्पीकर
जिसके प्रति सभी का आदर-सम्मान,आत्मीयता और श्रद्धा हैं,जो आज भी भारतीय शाश्वत संयुक्त परिवार के यथार्थ सह आदर्श रुप में
भगवान नमोनम: शिवजी का दिन सोमवार है. वे 21अवतारी हैं. वे 12 पत्नियों: उमा, बुद्धि, उशना, नियुत, सती, इला, अंबिका,
पुण्डरीकाक्ष भगवान शिव अपने भक्तों के भाव को अच्छी तरह से जानकर, समझकर, उसकी कठिन परीक्षा लेकर ही उसपर कृपा
जो अपनी जटाओं में गंगा धारण करते हैं, जो अपने कण्ठ में विष धारण करते हैं, जो कैलास लोक के